अजय कुमार झा: आप शायद झगड़ा करवाना चाहते हैं मुझमें और आलसी जी में। आपने घड़ियालों की तारीफ के पुल बांध दिए, पर आलसी जी (गिरिजेश राव) का जिक्र भी नहीं किया। यहीं गलती तो अमर उजाला ने भी की, और इसके लिए मुझे राव साहब से खूब खरी-कोटी सुननी पड़ी। दरअसल, घड़ियाली आसू का ओरिजिनल आइडिया उन्हीं का था, और अमर उजाला ने, और अपने भी, उनको क्रेडिट न देकर घोर अन्याय किया उनके प्रति। कुछ प्रतिकार कीजिए, वरना हम तो कहीं छिपने को चले! ये लखनऊ वाले बड़े खतरनाक होते हैं, मैं जानता हूं, वहां रह चुका हूं।
4 comments:
अरे वाह सुब्रमनियम जी..बहुत बढिया ..घडियालों ने आपको प्रसिद्द कर दिया ...mubaarak हो आपको और घडियालों को भी ...aanand आ गया...
अजय कुमार झा: आप शायद झगड़ा करवाना चाहते हैं मुझमें और आलसी जी में। आपने घड़ियालों की तारीफ के पुल बांध दिए, पर आलसी जी (गिरिजेश राव) का जिक्र भी नहीं किया। यहीं गलती तो अमर उजाला ने भी की, और इसके लिए मुझे राव साहब से खूब खरी-कोटी सुननी पड़ी। दरअसल, घड़ियाली आसू का ओरिजिनल आइडिया उन्हीं का था, और अमर उजाला ने, और अपने भी, उनको क्रेडिट न देकर घोर अन्याय किया उनके प्रति। कुछ प्रतिकार कीजिए, वरना हम तो कहीं छिपने को चले! ये लखनऊ वाले बड़े खतरनाक होते हैं, मैं जानता हूं, वहां रह चुका हूं।
आप को बहुत बहुत बधाई।
bahut bahut badhaayee
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