लंबे समय से जलजीवन बिताते आने के कारण आजकल की ह्वेलों की शरीर-रचना में अनेक परिवर्तन हो गए हैं। इनमें से प्रमुख पिछली टांगों का लुप्त हो जाना है। परंतु इंटरनेशनल वाइल्डलाइफ नामक अमरीकी पत्रिका के अनुसार मिस्र के सागर तट से चार करोड़ वर्ष पुरानी ह्वेल की जो हड्डियां मिली हैं, उनसे प्रकट होता है कि पहले के जमाने की ह्वेलों में टांगें हुआ करती थीं। 18 मीटर लंबे इन प्राचीन ह्वेलों में लगभग 60 सेंटीमीटर लंबी पिछली टांगें पाई गई हैं। इन टांगों में घुटने, ऐड़ियां और अंगुलियां मौजूद हैं।
कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि ये टांगें ह्वेलों को सागर के तल पर चलने और छिछले पानी में आगे बढ़ने में सहायता करती होंगी। मैथुन के समय भी ये उपयोगी रही होंगी।
Sunday, July 26, 2009
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3 comments:
bahut badhiya ji...
वे स्तनपायी जो हैं.यह अनुमान बिलकुल सही प्रतीत होता है.
Aashcharya janak.
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