tag:blogger.com,1999:blog-6493699004068749485.post6324833646132907633..comments2023-10-17T05:35:22.462-07:00Comments on कुदरतनामा: हाथी को हंसी आती है?बालसुब्रमण्यम लक्ष्मीनारायणhttp://www.blogger.com/profile/09013592588359905805noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-6493699004068749485.post-5256042401275024902013-07-19T01:34:02.733-07:002013-07-19T01:34:02.733-07:00But this website suggests that elephants can laugh...But this website suggests that elephants can laugh, it's a different thing that they don't have the facial muscles to express this feeling and certainly elephant is one of the very rare animals who can laugh.<br />http://elephant.elehost.com/About_Elephants/about_elephants.htmDipak Mashalnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6493699004068749485.post-89867595046770332422010-02-18T23:16:14.377-08:002010-02-18T23:16:14.377-08:00हाथी की हसीँ कोई बता नहीँ सकता क्योँकि उसे सुन कर ...हाथी की हसीँ कोई बता नहीँ सकता क्योँकि उसे सुन कर बैहरे हो जाते हैँ । <br />मनोजAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6493699004068749485.post-52845810567038292112009-06-15T10:48:33.402-07:002009-06-15T10:48:33.402-07:00एक फरमाइश भी। गज कथाएं शीघ्र शुरू की जाएं :)एक फरमाइश भी। गज कथाएं शीघ्र शुरू की जाएं :)Astrologer Sidharthhttps://www.blogger.com/profile/04635473785714312107noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6493699004068749485.post-30467123988937580482009-06-15T10:46:57.842-07:002009-06-15T10:46:57.842-07:00बालसुब्रमण्यमजी
भार ढोने वाले पशु के स्थान पर आ...बालसुब्रमण्यमजी <br /><br />भार ढोने वाले पशु के स्थान पर आप पालतू पशु पढ़ें तो शायद मेरी बात अधिक स्पष्ट हो जाएगी। मेरा अर्थ यही था कि भारतीय जनजीवन से हाथी अधिक जुड़ा है। वहीं पश्चिम में यह अनजान प्राणी है जो जंगल पर शेर की तर्ज पर राज करता है। अपने डील डौल और ताकत के साथ। इसीलिए जब हम कहते हैं शेर सुनने में मजा आता है सुनाने में मजा आता और सामने आ जाए तो... <br />इसी तरह पश्चिम में हाथी है। :)Astrologer Sidharthhttps://www.blogger.com/profile/04635473785714312107noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6493699004068749485.post-55437085939505691112009-06-14T01:59:29.341-07:002009-06-14T01:59:29.341-07:00bhai majedar post
mazaa aa gaya :)bhai majedar post<br />mazaa aa gaya :)अनिल कान्तhttps://www.blogger.com/profile/12193317881098358725noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6493699004068749485.post-38712758525517142452009-06-13T21:03:54.535-07:002009-06-13T21:03:54.535-07:00हाथी को हंसी आती है या नहीं?
आप की इस पोस्ट में ह...हाथी को हंसी आती है या नहीं?<br />आप की इस पोस्ट में ही टिप्पणियों में जवाब मिल गया ..शुक्रिया सिद्धार्ध जी और गिरिजेश जी का.<br />और आप ने हाथी के इतने सारे चुटकले पढ़वा दिए,सुबह खिल के मुस्करा उठी.शुक्रिया Sir.Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6493699004068749485.post-44589877680660562552009-06-13T21:02:29.656-07:002009-06-13T21:02:29.656-07:00सिद्धार्थ जी: हाथी को भारवाहक पशु के रूप में ही नह...सिद्धार्थ जी: हाथी को भारवाहक पशु के रूप में ही नहीं देखा गया है भारत में। गणेश जी को भूल गए? और टैंकों के आने से पहले, हाथी युद्ध में कहर ढानेवाला खौफनाक युद्ध-यंत्र भी था। चाहें चंद्रगुप्त मौर्य हो या अकबर, या अंग्रेज ही, उनके युद्धों में विजय का एक कारण युद्धक हाथी भी रहे हैं। दक्षिण के मंदिरों में हाथी को मंदिर की रीति-रस्मों का एक अहम भाग बनाया गया है।<br /><br />हाथी शान का सिंबल भी है। घर के आगे हाथी झूमता रहे, तो जमींदार का रुतबा बढ़ता था, ठीक वैसे ही जैसे आजकल घर के आंगन में एक करोड़ का मरसिडीस खड़ा रहे, तो रईसों का रुतबा बढ़ता है।<br /><br />पश्चिम में हाथी को काफी कैरिकैचराइस किया गया है। उन्हें यह बैडौल जानवर हंसने योग्य जान पड़ा है। वहां हाथी सरकसों और चिड़ियाघरों के माध्यम से ही लोगों के मानस में जगह बना पाया है। सरकसों में हाथी से बेहूदा और हंसानेवाले करतब करवाए जाते थे। इसलिए उनके मन में हाथी की छवि एक क्लाउन (विदूषक) की है। हमारी तरह हाथी की ताकत, बुद्धि और गौरव को उन्होंने नहीं देखा है।<br /><br />ये सारे चुटकुल मेरे सोचे हुए नहीं हैं, बल्कि जैसा कि मैंने लेख के शुरू में बता दिया था, इंटनेट से लिए हुए हैं। इसीलिए उनमें पश्चिमी फ्लेवर नजर आ रहा है।<br /><br />हाथी पर भारतीय मानस ने भी खूब लिखा है। मेरे दूसरे ब्लोग केरल पुराण में ऐतीह्यमाला की कहानियों में अनेक गज कथाएं आएंगी। उनमें हाथी को भारतीय नजरिए से देखा गया है।बालसुब्रमण्यम लक्ष्मीनारायणhttps://www.blogger.com/profile/09013592588359905805noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6493699004068749485.post-55292467712238155502009-06-13T20:16:37.401-07:002009-06-13T20:16:37.401-07:00पश्चिमी देशों में हाथी को जंगल का राजा माना जाता ह...पश्चिमी देशों में हाथी को जंगल का राजा माना जाता है। इनमें से अधिकांश चुटकुले शायद इसी कारण पश्चिमी सोच के साथ जुड़े नजर आते हैं। वहां तो हाथी को जंगल का राजा भी समझा जाता है। भारत में हाथी का गुणगान नहीं होकर उसे भार ढोने वाला जीव ही समझा गया है। हमारे यहां जैसे शेर को लेकर चुटकुले और कहानियां हैं वैसे पश्चिम में हाथी को लेकर चुटकुले हैं। :) <br /><br />गिरिजेश जी ने भी खूब बताया कि प्राणीजगत में सिर्फ इंसान ही मुस्कुरा सकता है। चुटकुला चाहे किसी पर भी हो, लेकिन यह मुस्कुराना बंदर से प्रेरित बताया जाता है। खतरे या दुख के समय बंदर के चेहरे की ठीक वही मांसपेशियां हरकत में आती हैं जो हंसते समय इंसान के चेहरे पर आती हैं। इंसान की तरह बंदर भी अपने दुख को प्रकट नहीं करने का कोशिश करता है। इसे बंदर की हंसी कहते हैं। हम दो कारणों में हंसते हैं सुख में और पूर्वाग्रह टूटने पर । आपके दिए सभी चुटकुलों में हर बार पूर्वाग्रह पर चोट होती है और हम हंस पड़ते हैं। इंसान के अलावा और किसी जानवर को हंसने का सुख नहीं मिला है। <br /><br />गजल सम्राट जगजीत सिंह ने एक बार पूछा भी था <br />तुम जो इतना मुस्कुरा रहे हो क्या गम है जिसको छुपा रहे हो :) <br /><br />एक मुफ्त की सलाह - <br />इतने सारे ऑरिजिनल चुटकुले पहली बार पढ़े हैं। अपने तेज तर्रार कलम के साथ एक चुटकुले का ब्लॉग भी शुरू कर दीजिए। शुरू होते ही टॉप रेटिंग में आ जाएगा। :)Astrologer Sidharthhttps://www.blogger.com/profile/04635473785714312107noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6493699004068749485.post-34103289542435177052009-06-13T16:41:09.995-07:002009-06-13T16:41:09.995-07:00सुब्रमणियम जी, एक साथ इतना हंसना कि पेट दर्द हो जा...सुब्रमणियम जी, एक साथ इतना हंसना कि पेट दर्द हो जाए ये ठीक नहीं है। हां इस आदमी को मेरे पैरों से निकालो। हा हा, बहुत बढ़िया।Nitish Rajhttps://www.blogger.com/profile/05813641673802167463noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6493699004068749485.post-82754289368527049542009-06-13T16:10:06.498-07:002009-06-13T16:10:06.498-07:00सुब्रमणियम जी,आप ने सारा ग्याण आज ही बांट दिया, बह...सुब्रमणियम जी,आप ने सारा ग्याण आज ही बांट दिया, बहुत अच्छा लगा, लेकिन पेट मे जो बल पडे है इन्हे कोन सीधा करेगा??राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6493699004068749485.post-66286977233082149782009-06-13T10:43:03.355-07:002009-06-13T10:43:03.355-07:00इत्ती सी बात, इस नाचीज से पूछ लेते !
समूची ज्ञात स...इत्ती सी बात, इस नाचीज से पूछ लेते !<br />समूची ज्ञात सृष्टि में केवल मनुष्य ही हँस पाता है क्यों कि हँसाने वाली पेशियाँ और उनको उत्प्रेरित करता तंत्रिका तंत्र केवल मनुष्य में पाया जाता है।<br /><br />हाँ, डिज्नी की फिल्मों के एनीमेटेड जीव जरूर हँसते हैं.<br /><br />इतना लिख दिया जैसे तैसे हँसी रोकते हुए। अब तस्सली से हँस लें तो आगे की बात हो।गिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6493699004068749485.post-68815469587949092362009-06-13T09:16:04.002-07:002009-06-13T09:16:04.002-07:00आपका हाथी तो हंस रहा है . ....... और हाथी पर जोग क...आपका हाथी तो हंस रहा है . ....... और हाथी पर जोग क्या कहने . आनंद आ गया .समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6493699004068749485.post-88705953526968572742009-06-13T08:54:47.847-07:002009-06-13T08:54:47.847-07:00हाथी ने तो हंसाते हँसाते लोट पोट कर दिया
वैसे आपक...हाथी ने तो हंसाते हँसाते लोट पोट कर दिया <br />वैसे आपको बधाई आज आपके ब्लॉग से अमर उजाला में आया हैशेफाली पाण्डेhttps://www.blogger.com/profile/14124428213096352833noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6493699004068749485.post-89234962886739813052009-06-13T08:49:36.988-07:002009-06-13T08:49:36.988-07:00सुब्रमणियम जी, आपके हाथी ने तो हँसाने में कोई कसर...सुब्रमणियम जी, आपके हाथी ने तो हँसाने में कोई कसर नहीं छोडी......Pt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6493699004068749485.post-6778760138947938652009-06-13T08:23:04.130-07:002009-06-13T08:23:04.130-07:00adbhut..जी एक dam kamaal है..haathee का तो पता नही...adbhut..जी एक dam kamaal है..haathee का तो पता नहीं हम जरूर पढ़ पढ़ कर hans hans कर haathee हो गए...बहुत ही अलग andaaj में likhaa आज आपने..dilchasp ..मजा आ गया..haathee की कसम..अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.com